छन्द

आओ मिलकर सीखने, जाने क्या है छन्द।
बहे ज्ञान गंगा यहाँ, सीखे उनकी बन्द।।

अपने छत्तीसगढ़ को ,आगे हम सब लाय।
मिलकर हम साहित्य को ,सफल समृद्ध बनाय।।

शुरू अभी से कीजिये, सीखिये छन्द ज्ञान।
आओ सीखे हम सभी, करें गुरु की ध्यान।।

-हेमलाल साहू

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