लो बसंत रितु की मौसम आई,
खुशियों की सौगात है लाई।
पेड़—पौधो में हरियाली है छाई,
कोयल ने है गीत सुनाई।
लो बंसत रितु की मौसम आई,
खुशियों की सौगात है लाई।
पवन की झोको ने लहराई,
फूलों की खुशबू को महकाई।
बाग बगीचे में सुन्दरता है छाई,
बसंत रितु है लोगो की मन भाई।
स्वस्थ दिनो की ये मेला आई,
लोगो ने है खुब लुप्त उठाई।
सरसो और गेहूँ की बाली है लहराई,
बसंत रितु की ये फसल है आई।
शांत वातावरण में ओस की बूँदे टपकाई,
सूरज की किरणे उस मोती को चमकाई।
लो बसंत रितु की मौसम आई,
खुशियों की सौगात है लाई।
पेड़—पौधो में हरियाली है छाई,
कोयल ने है गीत सुनाई।
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खुशियों की सौगात है लाई।
पेड़—पौधो में हरियाली है छाई,
कोयल ने है गीत सुनाई।
लो बंसत रितु की मौसम आई,
खुशियों की सौगात है लाई।
पवन की झोको ने लहराई,
फूलों की खुशबू को महकाई।
बाग बगीचे में सुन्दरता है छाई,
बसंत रितु है लोगो की मन भाई।
स्वस्थ दिनो की ये मेला आई,
लोगो ने है खुब लुप्त उठाई।
सरसो और गेहूँ की बाली है लहराई,
बसंत रितु की ये फसल है आई।
शांत वातावरण में ओस की बूँदे टपकाई,
सूरज की किरणे उस मोती को चमकाई।
लो बसंत रितु की मौसम आई,
खुशियों की सौगात है लाई।
पेड़—पौधो में हरियाली है छाई,
कोयल ने है गीत सुनाई।
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नाम—हेमलाल साहू
ग्राम—गिधवा, पोस्ट—नगधा,
थाना—नांदघाट, तह.—नवागढ़,
जिला—बेमेतरा, छत्तीसगढ़
मो. नं.—9907737593
Email ID- hemlalshahu@gmail.com
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