ऐसा मेरा जीवन होता,
प्रभु का मै ध्यान करता।
प्रभु के प्रेम मे मग्न हो जाता ,
ऐसा मेरा जीवन होता ।
जब भी जीवन पथ पर आगे बढ़ता,
प्रभु को ही मै स्मरण करता ।
प्रभु को ही मैं सब कुछ कहता,
ऐसा मेरा जीवन होता।
जब भी प्रभु को सच्चे दिल से याद करता,
अपने प्रभु से ही बात करता।
हे प्रभु मानवता के लिए जीवन जीता,
ऐसा मेरा जीवन होता।
जब भी मैं कर्म पथ पर सफल होता,
प्रभु का ही आर्शीवाद समझता।
हे प्रभु हमेशा तु मेरे पास होता,
ऐसा मेरा जीवन होता।
जीवन में खुशी या गम मिलता,
अपनी करनी का ही फल होता।
अपने कर्म में ही लग्न रहता,
ऐसा मेरा जीवन होता।
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प्रभु का मै ध्यान करता।
प्रभु के प्रेम मे मग्न हो जाता ,
ऐसा मेरा जीवन होता ।
जब भी जीवन पथ पर आगे बढ़ता,
प्रभु को ही मै स्मरण करता ।
प्रभु को ही मैं सब कुछ कहता,
ऐसा मेरा जीवन होता।
जब भी प्रभु को सच्चे दिल से याद करता,
अपने प्रभु से ही बात करता।
हे प्रभु मानवता के लिए जीवन जीता,
ऐसा मेरा जीवन होता।
जब भी मैं कर्म पथ पर सफल होता,
प्रभु का ही आर्शीवाद समझता।
हे प्रभु हमेशा तु मेरे पास होता,
ऐसा मेरा जीवन होता।
जीवन में खुशी या गम मिलता,
अपनी करनी का ही फल होता।
अपने कर्म में ही लग्न रहता,
ऐसा मेरा जीवन होता।
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नाम – हेमलाल साहू
स्थाई पता – ग्राम-गिधवा, पो.-नगधा,थाना-नादघाट,
तहसील-नवागढ़,जिला- बेमेतरा (छ.ग.)
मो. नम्बर – 9977831273, 9907737593
Mail = hemlalshahu@gmail.com |
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