शरीर हमारा रथ है, मन हमारा सारथी। कर्म अच्छे होगे, तो दुनिया करेगा आरती। "मेरा हिंदी रचना संचय"
तुम वीरोँ के वीर हो, जग के हो बलवान। दुष्टों से रक्षा करो, रामभक्त हनुमान।।
जय हनुमान
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