बेटी


मैं तो अपने पापा की लाडली बेटी हूँ,
मैं तो मम्मी की प्यारी बेटी हूँ।
सबके लिए आशा की किरण लाई हूँ,
घर में एक नई रोशनी जगाई हूँ।

पापा मैं भी पढूँगी लिखूँगी,
जग में आपका नाम रोशन करूँगी।
बेटी हूँ तो क्या हूआ,
बेटो से कम मत समझना।

हमेंशा अपनो के लिए जिन्दगी जिऊँगी,
बेटी हूँ पर मुझे कम मत आकना।
अपने हक के लिए दुनिया से लड़ लूगी,
आवश्यकता आने पर दुर्गा की रूप धर लूगी।
बेटी हूँ पर जिन्दगी से हार नही मानूगी।

माँ तुम रोती क्यो हो,
मैं तुम्हारे बुढ़ापे मे साथ दुगी।
तुम्हारी हर काम में हाथ बटाऊँगी,
तुम्हे जीवन की खुशियाँ लाके दुगी।

बेटी हूँ तो क्या हुआ अपने जीवन को,
अपनो के लिए सम्पर्ण कर दूगी।
झाँसी की रानी, कल्पना चावला बनूगी,
मदर टेरसा जैसी समाज सेवा करूँगी।

मैं तो अपने पापा की लाडली बेटी हूँ,
मैं तो मम्मी की प्यारी बेटी हूँ।
सबके लिए आशा की किरण लाई हूँ,
घर में एक नई रोशनी जगाई हूँ।
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नामहेमलाल साहू
ग्रामगिधवा, पोस्टनगधा,
थानानांदघाट, तह.नवागढ़,
जिलाबेमेतरा, छत्तीसगढ़
मो. नं.9907737593
Email ID- hemlalshahu@gmail.com



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