क्या कुदरत ने रंग दिखाया

क्या कुदरत ने रंग दिखाया ,
भूकंप की विनाश लीला लाया ।
नेपाल से लेकर भारत तक तबाही छाया,
कुदरत ने अपना कहर बरपाया ।

पल में लेली हजारो जान,
शहर को बना दिया शमशान।
धवस्त कर दिया बड़ा सा बड़ा मकान,
देखो कुदरत का सच खौफनाक।

कितनी खुशिया भरी जिन्दगी थी,
पल में मातम छाया।
लोगो में दहशत भर दिया,
कुदरत का ये विनाश लीला।

नेपाल में ये भूकंप आया,
काठमान्डू शहर को तबाह किया।
भारत भी अछुता न रहा,
बिहार, उ.प्र. प.बं. राज.में तबाही मचाया।

धरहरा मीनार, काष्ठमहल को बरबाद किया,
सीता मंदिर, पशुपतीनाथ मंदिर को क्षति पहुचाया।
कई हजार घायल अस्पताल में पड़े,
कई हजार लोगो की जान ले लिये।

भूकंप  से शांति न मिला,
भारी बारिश का मौहाल बना दिया।
जब ये सब आँखो ने देखा कानो ने सुना,
दर्द से आँखो में आँसू आ गया।

कैसी ये कुदरत की विनाश लीला,
लोग दहशत में जी रहा।
भगवान ही जाने अब क्या होगा,
सभी भगवना की शरण लीया।

क्या कुदरत ने रंग दिखाया ,
भूकंप की विनाश लीला लाया ।
नेपाल से लेकर भारत तक तबाही छाया,
कुदरत ने अपना कहर बरपाया ।
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नामहेमलाल साहू
ग्रामगिधवापोस्टनगधा,
थानानांदघाटतह.नवागढ़,
जिलाबेमेतराछत्तीसगढ़
मो. नं.9907737593
Email ID- hemlalshahu@gmail.com


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