शरीर हमारा रथ है, मन हमारा सारथी। कर्म अच्छे होगे, तो दुनिया करेगा आरती। "मेरा हिंदी रचना संचय"
ऐ आतंकवाद सुनो, भारत की ललकार। कभी न आना देश में, मरोगें बेकार।।
मरोगें बेकार, सुनो दहाड़ वीरोँ का। है ये भारत देश, यहाँ है दिल शेरोँ का।।
हेम की बात मान, सबके साथ रहने का। करो देश से प्यार तुम , आतंक ना दिखाने का।।
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