आप सदा कम बोलिये, सुनिये सबकी बात।
जीवन हो जाये सफल, दोगे सबको मात।।
अच्छे विचार तुम रखो, वही शब्द बन आय।
शब्दों पर तुम ध्यान दो, वही कर्म बन जाय।।
नजर कर्मो पर राखिये, आदत जो बन आय।
आदत सुधार तुम करो, चरित्र जो बन जाय।।
अच्छे चरित्र को राखिये, नियति निर्माण होय।
रखो नियति पर ध्यान तो, जीवन सार्थक होय।।
-हेमलाल साहू
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें