शरीर हमारा रथ है, मन हमारा सारथी। कर्म अच्छे होगे, तो दुनिया करेगा आरती। "मेरा हिंदी रचना संचय"
नव दिन है नववर्ष की, देख नवरात आय। चलो भक्ति माँ की करे, माँ की मंदिर जाय।।
मन माँ की चरणों रहे, हर्षित मन तो होय। भक्तो के दुःख को हरे, माँ तुमसे न कोय।।
आपसभी को नववर्ष और नवरात की हार्दिक शुभकामनाये
-हेमलाल साहू
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