चलो अब उठो वीरो मेरे

चलो अब उठो वीरो मेरे।
लक्ष्य की ओर कदम बढ़ाये।।
हालातो से लड़ते जाये।
मुश्किल पल पे चलना सीखे।।

पर्वत सा अडीग हो जाये।
सदा परिश्रम से कमाये।।
अपने कारज लगन लगाये।
अपना कार्य सफल बनाये।।

मन मे सदा समभाव आये।
छल कपट कभी उपन न पाये।।
सदा प्रभु की गुणगान गाये।
अनके चरणो शीश झुकाये।।

देश के लिए मर मीट जाये।
म़़ात्रभूमि की मान बढ़ाये।।
देश की शान ना जा पाये।
चाहे जान भले ही जाये।।

ऐसा जीवन सदा बनाये।
जीवन अपना पथ पे जाये।।
चलो उठो अब वीरो मेरे।
लक्ष्य की ओर कदम बढ़ाये।।

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