शरीर हमारा रथ है, मन हमारा सारथी। कर्म अच्छे होगे, तो दुनिया करेगा आरती। "मेरा हिंदी रचना संचय"
अतीत से वर्तमान को, करते रहो सुधार। वर्तमान सुधर जाय तो, बने भविष्य अधार।।
वाह-वाह में बात क्या, कहते हैं सब लोग। करो बात तुम ज्ञान की, सीखेंगे सब लोग।।
- हेमलाल साहू
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