शरीर हमारा रथ है, मन हमारा सारथी। कर्म अच्छे होगे, तो दुनिया करेगा आरती। "मेरा हिंदी रचना संचय"
राम भक्त हनुमान जी, संकट मोचक आप। जो जपते है राम को, धुल जाता सब पाप।।
-हेमलाल साहू
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