शरीर हमारा रथ है, मन हमारा सारथी। कर्म अच्छे होगे, तो दुनिया करेगा आरती। "मेरा हिंदी रचना संचय"
सरहद सीना तान के, खड़े हम नवजवान। बनो बहादुर देश का, बड़े देश की शान।।
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