पैसा

दौलत जिनका नाम है, चलती फिरती नाव।
चली गयी तो धूप है ,रुक गयी तो छाँव।।

देखो पैसे के लिए, भाग रहे सब आज।
बेच दिए इंसानियत ,नही रही अब लाज।।

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