शरीर हमारा रथ है, मन हमारा सारथी। कर्म अच्छे होगे, तो दुनिया करेगा आरती। "मेरा हिंदी रचना संचय"
आजा मेरे तुम श्याम, पास अब मेरे। तरसे देखन को आँख, रूप को तेरे।। हरलो आके सब पीर, बसो अब मनमें। पाने को कुछ न रहै, समाँऊ आपमें।।
-हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छत्तीसगढ़)मो.9977831273
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