शरीर हमारा रथ है, मन हमारा सारथी। कर्म अच्छे होगे, तो दुनिया करेगा आरती। "मेरा हिंदी रचना संचय"
देखो आओ तुम राम, पाप कलयुग में। छाया है माया जाल, सभी के मनमें ।। देखो कपटी वाचाल, चाल चलते है। अपने वाणी कर मधुर, लोग ठगते है।।
-हेमलाल साहू ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा (छत्तीसगढ़)मो.9977831273
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