*सार छंद*

मेरे सपनों की ओ गुड़िया है, सुंदर भोली प्यारी।
दिखती परियों की ओ रानी, लगती राजकुमारी।।

आँखे जिसकी मृगनयनी सी, चाल देख लो हिरनी।
रूप  चन्द्रमा   सा   लगती  है, रातो   की  बैतरनी।।

बादल जैसी बाल घटा है, दिखती काली काली।
लाल रसीली होठे जिसकी, रहे कान में  बाली।।

तन फूलों सा कोमल जिसकी, यौवन भरी जवानी।
कुदरत  भी  जिसकी  रंगों  में, गढ़ती  रहे कहानी।।

कोयल सी है जिसकी बोली, मीठी तान सुनाती।
रहे लाडली घर की अपने, सबके मनको भाती।।

जीन्स टॉप में रहती हरदम, फैशन करे बहाली।।
जिसके घर रहने से मनती, सुबह शाम दीवाली।।

थोड़ी सी है नखरे जिसमें, थोड़ी सी नादानी।
कहते जिनको गुड़िया रानी, तू है बड़ी सयानी।।
06/03/2018
-हेमलाल साहू
ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा
तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा
छत्तीसगढ़ पिन- 491340

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